27 जुलाई 2010 को अक्षरम के संयोजन में राजभाषा समर्थन समिति , मेरठ के सहयोग से दिल्ली मे हुई गोष्ठी का परिणाम सामने आ गया है । इस गोष्ठी में कई संसद सदस्यों, पत्रकारों, साहित्यकारों, खेल विशेषज्ञों ने शिरकत की थी। उपस्थित जन समुदाय को सांसद कलराज मिश्रा, हुक्म देव नारायण यादव,
प्रदीप टमटा और राजेन्द्र अग्रवाल तथा केन्द्रीय हिंदी समिति के सदस्य श्री रत्नाकर पांडेय ने आश्वासन दिया था कि वे इस मामले को संसद में उठाएंगे और संबद्ध विभागों से बात करेंगे। गोष्ठी में पत्रकार वेदप्रताप वैदिक, रामशरण जोशी, साहित्यकार श्री गंगा प्रसाद विमल, कमेंटटर श्री
जसदेव सिंह और रवि चतुर्वेदी ने भी भाग लिया था। इस क्रम में श्री हुक्मदेव नारायण यादव ने मामले को संसद में उठाया और गृह मंत्री को इस संबंध में पत्र लिखा । श्री हुक्म देव नारायण यादव की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण रही और उन्होंने अन्य सदस्यों के साथ मिलकर दबाव बनाया ।
पत्र उपयुक्त कार्यवाही के लिए गृह राज्यमंत्री के पास आया जिन्होंने गोष्ठी में उठाए गए सभी मामलों को ना केवल अग्रसारित किया बल्कि राजभाषा विभाग की ओर से इस मामले में निर्देश जारी किए । गृहराज्यमंत्री औरगृहमंत्री द्वारा जारी पत्र की प्रतियां संलग्न है। इनके आधार पर इस
अभियान की आगे दिशा तय की जा सकती है।
No comments:
Post a Comment